प्रस्तुत काव्य संग्रह ‘अवंतिका’ कवि द्वारा रचित द्वितीय काव्य-संग्रह है। इस काव्य-संग्रह में शृंगार-रस की कविताओं का संग्रह है, जिसमें कवि ने नायिका के रूप, गुण, सौंदर्य, चरित्र आदि का वर्णन करते हुए। प्रेम में एक प्रेमी की मनोदशा का चित्रण किया है। इस काव्य-संग्रह में निस्वार्थ प्रेम, प्रेम की आकुलता, विरह, प्रिया से प्रथम-मिलन आदि का जीवंत चित्रण किया है।
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